कृषि हेतु उपयोग किए जाने वाले विभिन्न प्रकार की इनपुट सेवाओं का नेटवर्क देश में बिखरा हुआ था, जिसे ‘पीएम किसान समृद्धि केंद्र’ एक छत के नीचे लेकर आ रहे हैं।